Welcome to my Blog... As the name suggests, here are the records of my time as a sail the sea of dreams... Enjoy!!!
Tuesday, December 1, 2009
चांद
रात के मुसाफिरो को चांद ने धोका दिया,
बिन बताये बादलो मी जा कही वो चूप गया,
पूछते ही अगली रात उसको कोई जो राग से,
सिर्फ आपका नाम ले के चूर हुआ वो शर्म से!
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